व्यक्तिगत जिम्मेदारी के साथ शुरू हुआ पर्यावरण संरक्षण अभियान
कोटा। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कोटा बूंदी दुग्ध सहकारी संघ ने एक महत्वाकांक्षी हरित पहल का आगाज किया है। संघ के तत्वावधान में आयोजित विशेष पौधारोपण कार्यक्रम में अमरूद, शीशम, जैतून, आम, नीम सहित विभिन्न प्रजातियों के 101 पौधे रोपे गए। संघ के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने कहा कि पौधारोपण न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सार्थक कदम है, बल्कि यह भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित भविष्य की आधारशिला भी है। उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से हम अपनी पर्यावरणीय जिम्मेदारियों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
हर पौधे की व्यक्तिगत जिम्मेदारी
इस कार्यक्रम की सबसे उल्लेखनीय विशेषता यह है कि प्रत्येक पौधे पर उसे लगाने वाले व्यक्ति का नामपट्ट लगाया गया है। राठौड़ ने इस नवाचार के बारे में कहा, “इस व्यवस्था से हमने पौधों की देखभाल की व्यक्तिगत जिम्मेदारी सुनिश्चित की है। जब किसी व्यक्ति का नाम पौधे पर अंकित होता है, तो वह स्वाभाविक रूप से उसकी बेहतर देखभाल करता है।”
मानसून सीजन में 1100 पौधों का लक्ष्य
संघ ने आगामी मानसून सीजन में कुल 1100 पौधे लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। आज के 101 पौधों के साथ इस व्यापक अभियान की शुरुआत हो गई है। यह पहल न केवल स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत बनाएगी बल्कि वायु गुणवत्ता में भी सुधार लाएगी।
कर्मचारियों को तुलसी के पौधे का वितरण
अध्यक्ष राठौड ने इस अवसर पर संघ के सभी कर्मचारियों को तुलसी के पौधे घर में लगाने के लिए वितरित किए गए। यह पहल घर-घर तक हरियाली पहुंचाने और पर्यावरण चेतना जगाने की दिशा में एक कदम थी। तुलसी के पौधे न केवल पर्यावरणीय लाभ प्रदान करते हैं बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी हैं।
इस पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम में सरस संघ के अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।