धर्मध्वजा फहराते पूज्य गणिनी आर्यिका विभाश्री माता जी का कुन्हाडी में भव्य आगमन

रिद्धी-सिद्धी जैन मंदिर में 13 पिच्छी माताश्री के साथ पधारीं विभाश्री माता जी

कोटा। पूज्य गणिनी आर्यिका विभाश्री माता जी 13 पिच्छी साधु-संघ के साथ कुन्हाडी स्थित रिद्धी-सिद्धी जैन मंदिर में पधारीं। नसियां जी दादाबाड़ी से प्रारंभ हुई इस पावन विहार यात्रा ने पूरे क्षेत्र में धार्मिक उमंग का माहौल बना दिया। मंदिर अध्यक्ष राजेंद्र गोधा ने बताया कि माता श्री के आगमन के लिए विशेष तैयारियां की गई थीं। विहार मार्ग पर जगह-जगह भव्य स्वागत द्वार तैयार किए गए, जिन्हें पारंपरिक रंगोली से सजाया गया था। पूरे मार्ग में कई बार पाद-प्रक्षालन का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
मंत्री पंकज खटोड ने बताया कि कुन्हाडी जैन मंदिर प्रांगण में माता श्री का भव्य पाद-प्रक्षालन संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने पवित्र जल से माता श्री के चरण धोकर आशीर्वाद प्राप्त किया। मार्ग में जगह-जगह अगवानी की गई और पाद प्रक्षालन करते दिखे। इस अवसर पर सकल जैन समाज से सरंक्षक राजमल पाटोदी,विमल नांता, अध्यक्ष प्रकाश बज,मंत्री पदम बडला,जे के जैन,मनोज जैसवाल
कुन्हाडी जैन मंदिर से राजेन्द्र गोधा,टीकम पाटनी,मंत्री पंकज खटोड़, कोषाध्यक्ष ताराचंद बडला पारस बज,पारस कासलीवाल,संजय लहुाडिया व पारस लुहाडिया,जिनेंद्र जैन रिटायर्ड जज साहब, सहित कई लोग जुलूस मार्ग नाचते— गाते चल रहे थे।

धर्म प्रभावना का संदेश
रिद्धी-सिद्धी जैन मंदिर में पहुंचकर माता श्री ने अपने ओजस्वी प्रवचन में धर्म की प्रभावना पर महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि पूजन, पाठ और अभिषेक के लिए नियमित समय निकालना चाहिए तथा इसे अपने नित्य कर्म का हिस्सा बनाना चाहिए। माता श्री ने जोर देकर कहा कि नियमित रूप से जैन मंदिर आकर दर्शन करना प्रत्येक श्रद्धालु का धर्म है।मंदिर के विकास की प्रशंसा करते हुए माता श्री ने कहा कि पूर्व की तुलना में मंदिर का काफी विस्तार हुआ है। मंदिर की वेदी प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद यह और भी भव्य रूप में तैयार हुआ है। इस अवसर पर सीकर से 50 से अधिक श्रद्धालुओं का एक विशेष समूह बस द्वारा मंदिर पहुंचा। इन भक्तों को दीप प्रज्ज्वलन का विशेष लाभ प्राप्त हुआ। वहीं शास्त्र भेंट का पुण्य लाभ नाथूलाल और अशोक संवाला परिवार को मिला।इस पावन अवसर पर बज आदित्य परिवार को पाद-प्रक्षालन का विशेष सौभाग्य प्राप्त हुआ।मंत्री पंकज खटोड ने बताया कि दोपहर के समय आर्यिका विभाश्री माता जी ने स्वाध्याय का कार्यक्रम संपन्न किया। शाम को एक विशेष आनंद यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें माता श्री ने विनोद के साथ-साथ जीवन की महत्वपूर्ण शिक्षाएं प्रदान कीं। यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए मनोरंजन और आध्यात्मिक शिक्षा का अनूठा संयोजन साबित हुई।

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