कोटा में ट्रैवल मार्ट का आयोजन – हाड़ौती को पर्यटन नगरी के रूप में नई पहचान देने की पहल
कोटा। राजस्थान के हाड़ौती अंचल को पर्यटन मानचित्र पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान, कोटा डिवीजन द्वारा “कोटा ट्रैवल मार्ट” के आयोजन की घोषणा की गई है। यह आयोजन आगामी जनवरी माह में प्रस्तावित है, जिसमें देश-विदेश के टूर ऑपरेटर, यूट्यूबर, ब्लॉगर, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, हॉटेलियर और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधि भाग लेंगे।
यह घोषणा होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान, संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणविजय सिंह और कोटा डिवीजन अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी की उपस्थिति में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान की गई। महासचिव संदीप पाड़िया ने भी आयोजन की विस्तृत जानकारी साझा की।कैट के जिला अध्यक्ष अनिल मुंदड़ा,लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष अंकुर गुप्ता,हरित भारत से जितेन्द्र गोयल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। राज्य सरकार से ट्रेवल मार्ट को हरी झण्डी मिलने के बाद होटल फेडरेशन आयोजन के लिए गतिविधियां तेज कर दी है।
हाड़ौती के पर्यटन स्थलों को वैश्विक पहचान दिलाने का प्रयास
अशोक माहेश्वरी ने बताया कि कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां सहित हाड़ौती क्षेत्र धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। कोटा में मुकुंदरा अभयारण्य, गणेश जी मंदिर, गढ़ पैलेस, सिटी पार्क, सप्तवर्णी नदी सफारी जैसे अनेक आकर्षण हैं। वहीं, बूंदी का गढ़ महल, 84 खंभों की छतरी, चित्रशाला, नवल सागर जैसे धरोहर स्थल, बारां का सीताबाड़ी मेला, शरनाथ अभयारण्य, और झालावाड़ के गागरोन किला, झालरापाटन मंदिर, चंद्रभागा नदी घाट क्षेत्र को पर्यटक केंद्र के रूप में विकसित करने की विशाल संभावनाएं हैं।
राज्य सरकार से सहयोग और अपेक्षाएं
हुसैन खान अध्यक्ष फेडरेशन ने बताया कि कोटा ट्रैवल मार्ट, अब तक केवल जयपुर में आयोजित होने वाले आयोजनों की तर्ज पर, राज्य सरकार के सहयोग से पहली बार कोटा में किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य हाड़ौती क्षेत्र में पर्यटन से जुड़ी संभावनाओं को धरातल पर उतारते हुए स्थानीय रोजगार, कुटीर उद्योग, होटल व्यवसाय, शिल्प और लोक संस्कृति को एक नई दिशा देना है।
होटल उद्योग जगत की सकारात्मक प्रतिक्रिया
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान ने इस घोषणा को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा, “हाड़ौती में उत्कृष्ट पर्यटन स्थलों की भरमार है, लेकिन रखरखाव एवं प्रचार-प्रसार के अभाव में यह क्षेत्र पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र नहीं बन पाया है, जबकि यहां बेहतरीन कनेक्टिविटी एवं मजबूत अवसंरचना मौजूद है।”
कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने विश्वास दिलाया कि कोटा में आयोजित होने वाला ट्रेवल मार्ट राज्य के अन्य ट्रेवल मार्ट से कहीं अधिक भव्य और नवाचार से भरपूर होगा।
कोटा में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं
महासचिव संदीप पाड़िया,कोटा में पर्यटन और औद्योगिक विकास की व्यापक संभावनाएं हैं, जिन्हें दिशा देने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोटा ट्रैवल मार्ट जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं स्वीकृत हुईं, जो आने वाले समय में शहर के विकास का मील का पत्थर बनेंगी।
उन्होंने कोटा महोत्सव की सफलता को कोटा वासियों के सहयोग का प्रतिफल बताया और कहा कि यह आयोजन शहर को एक नई पहचान दिलाने में सहायक रहा है। चंबल नदी में क्रूज़, सिटी पार्क, सेवेन वंडर्स, मथुराधीश मंदिर, खड़े गणेश मंदिर, चंबल रिवर फ्रंट और दो अभयारण्यों सहित अनेक दर्शनीय स्थलों की मौजूदगी कोटा को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र बनाने की ओर ले जा रही है।
हस्तशिल्प, संस्कृति और आस्था का होगा संगम
वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणविजय सिंह ने बताया कि इस तीन दिवसीय ट्रैवल मार्ट में हाड़ौती की हस्तकला, लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, धार्मिक पर्यटन स्थलों की जानकारी, और स्थानीय उत्पादों (जैसे कोटा डोरीया साड़ी, चावल, धनिया आदि) का प्रदर्शन भी किया जाएगा, ताकि इनकी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान बने और स्थानीय अर्थव्यवस्था सशक्त हो।
कोटा पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
कैट के जिला अध्यक्ष अनिल मुंदड़ा एवं अंकुर गुप्ता ने कहा कि कोटा को दशहरा, गढ़ पैलेस, विज्ञान और शिक्षा नगरी के रूप में जाना जाता है। अब यह पहल इसे पर्यटन नगरी में बदलने की दिशा में एक निर्णायक कदम मानी जा रही है। इससे न केवल हाड़ौती बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान के दक्षिण-पूर्व क्षेत्र के विकास को नया आयाम मिलेगा।
आर्थिक विकास की नई दिशा
यह ट्रेवल मार्ट न केवल हाड़ौती को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई ऊंचाइयां प्रदान करेगा। देश-विदेश के पर्यटकों का आवागमन इस क्षेत्र में बढ़ेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
महासचिव संदीप पाडिया ने इस उपलब्धि को कोटा और हाड़ौती के पर्यटन विकास के लिए एक बड़ी सफलता बताते हुए सभी हितधारकों के सहयोग का आह्वान किया।