ओम कोठारी इंस्टीट्यूट की पहल: नई तकनीकी शिक्षा और निःशुल्क करियर मार्गदर्शन से छात्रों का भविष्य होगा सशक्त
कोटा। तीन दशकों से शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहे ओम कोठारी ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने युवाओं के भविष्य को संवारने की दिशा में एक अभूतपूर्व पहल की है।संस्थान के निदेशक डॉ. अमित सिंह राठौड़ और ओम कोठारी फाउंडेशन की ट्रस्टी सीमा कोठारी ने बताया कि संस्थान की इस नवाचार पहल के तहत चार अत्याधुनिक सर्टिफिकेट टेक्नोलॉजी कोर्स लॉन्च किए गए हैं, जो 21वीं सदी की डिजिटल आवश्यकताओं के अनुकूल तैयार किए गए हैं। इसके साथ ही 13 जुलाई को एक विशाल निःशुल्क करियर काउंसलिंग मीट का आयोजन किया जा रहा है।
समग्र विकास की नई अवधारणा
निदेशक डॉ. अमित सिंह राठौड़ ने बताया कि कोटा जैसे प्रतिस्पर्धी शहर में, जहाँ छात्र अत्यधिक मानसिक दबाव झेलते हैं, ओम कोठारी संस्थान ने शिक्षा की परिभाषा को व्यापक बनाया है। केवल डिग्री तक सीमित न रहकर, संस्थान ने योग और ध्यान को छात्रों की दैनिक दिनचर्या में अनिवार्य रूप से शामिल किया है।
यह अनूठी पहल छात्रों में मानसिक स्पष्टता, शारीरिक सक्रियता और भावनात्मक स्थिरता विकसित करने पर केंद्रित है। इससे छात्र आत्मविश्वास के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनेंगे।
करियर मार्गदर्शन का महाकुंभ
और ओम कोठारी फाउंडेशन की ट्रस्टी सीमा कोठारी ने कहा कि आगामी रविवार 13 जुलाई को कोटा में आयोजित होने वाली यह करियर काउंसलिंग मीट हाड़ौती क्षेत्र के शिक्षा इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगी। इस निःशुल्क कार्यक्रम में 12वीं पास और स्नातक छात्र-छात्राएं भाग ले सकेंगे। प्रत्येक विद्यार्थी का व्यापक “पर्सनैलिटी असेसमेंट” किया जाएगा और विशेषज्ञों द्वारा प्रोफेशनल करियर गाइडेंस प्रदान किया जाएगा। यह मीट कोटा, हाड़ौती क्षेत्र (बूंदी, बारां, झालावाड़) सहित संपूर्ण राजस्थान के युवाओं के लिए खुली रहेगी।
भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करेंगे चार नए कोर्स
डिजिटल युग की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संस्थान ने चार विशिष्ट सर्टिफिकेट टेक्नोलॉजी कोर्स तैयार किए हैं: डेटा विश्लेषण टूलकिट यह कोर्स छात्रों को बिग डेटा को पढ़ने, समझने और व्यावसायिक निर्णय लेने में सक्षम बनाएगा। डेटा साइंस की बढ़ती मांग को देखते हुए यह कोर्स विशेष रूप से प्रासंगिक है।
AI Skills for Future Mastering: कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में छात्र इनोवेशन और ऑटोमेशन में निपुणता हासिल करेंगे। यह कोर्स भविष्य के तकनीकी परिवर्तनों के लिए छात्रों को तैयार करेगा।Practical Machine Learning: कार्य-आधारित प्रोजेक्ट्स के माध्यम से छात्र मशीन लर्निंग का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करेंगे। यह केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित न रहकर वास्तविक अनुप्रयोग पर केंद्रित है।Cyber Security Essentials: डिजिटल सुरक्षा के बढ़ते महत्व को देखते हुए यह कोर्स छात्रों को साइबर सिक्योरिटी के विशेषज्ञ बनने में मदद करेगा।
समावेशी शिक्षा की नई दिशा
इन सभी कोर्सेज की विशेषता यह है कि 12वीं पास, फ्रेशर्स और गैर-तकनीकी पृष्ठभूमि वाले छात्र भी नामांकन कर सकते हैं। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा लाइव और इंटरैक्टिव सेशन्स आयोजित होंगे, जिससे छात्रों को वास्तविक डेटा सेट्स पर काम करने का अवसर मिलेगा।इन कोर्सेज की अवधि 3 से 6 महीने निर्धारित की गई है, जो छात्रों को तीव्र गति से कौशल विकास में मदद करेगी।