‘बनो यशोदा मईया, सजाओ अपने कन्हैया’ प्रतियोगिता में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
कोटा। किशोरपुरा स्थित इस्कॉन केंद्र गोविंद धाम में रविवार को नंदोत्सव और इस्कॉन संस्थापक आचार्य जगद्गुरु श्रील प्रभुपाद का आविर्भाव महोत्सव बड़े धूमधाम और धार्मिक गरिमा के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर मंदिर को आकर्षक झांकियों और फूल बंगले से सजाया गया, जहां भक्तों ने बाल स्वरूप लड्डू गोपाल के दर्शन कर आनंद की अनुभूति की।कार्यक्रम में मायापुरवासी प्रभुजी ने श्रील प्रभुपाद के जीवन और योगदान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सत्तर वर्ष की आयु में उन्होंने संपूर्ण विश्व में चैतन्य महाप्रभु की शिक्षाओं के अनुरूप हरिनाम संकीर्तन और कृष्ण भक्ति का प्रचार किया। आज विश्वभर में इस्कॉन के 800 से अधिक मंदिर संचालित हो रहे हैं।
महोत्सव के अंतर्गत ‘बनो यशोदा मईया, सजाओ अपने कन्हैया’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें अनेक महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर अपने-अपने कन्हैया का अलौकिक श्रृंगार किया। विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए गए।
श्री केशव कथक केंद्र की संचालिका नेहा पांचाल और उनकी शिष्याओं ने भक्ति गीतों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियां देकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। विशेष रूप से लड्डू गोपाल की पूजा की गई और उन्हें दही, मक्खन, मिश्री आदि विविध भोग अर्पित किए गए।
कार्यक्रम के अंत में सभी श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद का आयोजन किया गया। भक्तगणों ने श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को नंद बाबा के घर की तरह उल्लास और आनंद के साथ मनाया तथा भक्ति, प्रेम और सामूहिक प्रसन्नता का भाव प्रकट किया।