कोटा में औद्योगिक विकास की नई दिशा: BNI इंडस्ट्रियल समिट 2025 में उभरे नवाचार के सुझाव
कोटा। कोटा शहर की औद्योगिक प्रगति और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को नई गति प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित BNI इंडस्ट्रियल समिट 2025 में उद्योगपतियों और विशेषज्ञों ने कोटा के औद्योगिक भविष्य के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में न केवल स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने, बल्कि बाहरी निवेशकों को कोटा में उद्योग स्थापित करने और सहयोग के अवसरों पर गहन मंथन और विचार-विमर्श किया गया।
BNI कोटा चैप्टर के अध्यक्ष पीयूष गुप्ता ने बताया कि नीजी होटल में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ एसएसआई के संस्थापक गोविंद राम मित्तल, डीसीए श्रीराम के पूर्व सीईओ एवं “करेजियस कम्युनिटी फाउंडेशन” के चेयरमैन वी.के. जेटली, उद्योगपति बजरंग कुमार साबू, सीए नरेंद्र मित्तल व युवराज जयकुमार सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया।
फिल्म सिटी: कोटा के लिए नई संभावना
“करेजियस कम्युनिटी फाउंडेशन” के चेयरमैन वी.के. जेटली ने अपने मुख्य उद्बोधन में कहा कि कोटा के व्यापारियों को भविष्य की सोच के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा, “यदि आप 10 वर्षों की आगे की सोच के साथ काम करेंगे तो आपके पास आने वाली चुनौतियों से लड़ने के विकल्प होंगे। यदि सोच में बदलाव नहीं आया तो आपके कारोबार के उत्तराधिकारी मिलना भी मुश्किल होगा।”
जेटली ने कोटा में नई संभावनाओं के लिए फिल्म सिटी बनाने का विकल्प सर्वोत्तम बताया। उन्होंने कहा कि कोटा में कई राष्ट्रीय स्तर की फिल्मों का फिल्मांकन किया जा चुका है, परंतु अभी तक इस दिशा में गंभीरता से विचार नहीं किया गया है। “कोटा में फिल्म सिटी बनने से पर्यटन को भी विस्तार मिलेगा। फिल्म सिटी के लिए आवश्यक लोकेशन से लेकर हर सुविधा कोटा में मौजूद है। यह एक बड़ा उद्योग है, और वर्ष 2027 तक हवाई अड्डे के प्रस्तावित होने से फिल्म सिटी एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।”
पत्थर प्रसंस्करण इकाइयों का आधुनिकीकरण
जेटली ने औद्योगिक क्षेत्र की लगभग 1000 पत्थर प्रसंस्करण इकाइयों और 80 से अधिक खदानों में नवाचार की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोटा स्टोन की विश्वव्यापी पहचान है, परंतु इसका स्थान टाइल्स ले चुकी है। “यदि कोटा स्टोन की टाइल्स का बड़े स्तर पर उत्पादन किया जाए तो यह टाइल्स का स्थान ले सकती है। यह टाइल्स की तुलना में अधिक मजबूत और टिकाऊ भी है।”
धनिया व्यापार में कोटा की भूमिका बढ़ाने का सुझाव
जेटली ने रामगंज मंडी के धनिया उत्पादन की चर्चा करते हुए कहा कि यहां 6500 टन धनिया का उत्पादन होता है, जो एशिया में सबसे अधिक है। “यह सीधे बड़ी कंपनियों द्वारा खरीदा जाता है, ऐसे में कोटा के व्यापारी इन्हें चुनौती देने की कोशिश नहीं करते। धनिया के क्षेत्र में कोटा के व्यापारियों को अपनी भूमिका बढ़ानी होगी।”
राज्य सरकार की उद्योग नीति का लाभ उठाने का सुझाव
11 नए उद्योगों के लिए सुविधाएं
एसएसआई के संस्थापक गोविंद राम मित्तल ने अपने उद्बोधन में कहा कि कोचिंग के बाद जो स्थान खाली हो गया है, उसे भरने के लिए राज्य सरकार की उद्योग नीति में 11 नए उद्योगों के लिए कर कटौती, सब्सिडी व सुविधाओं के साथ उन्हें कोटा शहर में लागू किया जा सकता है।
उन्होंने कृषि, मेडिकल इंडस्ट्री, डायमेंशनल स्टोन, एमरोल बैटरी, और पेट्रोल के विकल्प के रूप में जैव ईंधन (एथेनॉल, मिथेनॉल) तथा मेडिकल टूरिज्म में व्यापक संभावनाओं का उल्लेख किया। “कोटा में औद्योगिक पार्क की कमी नहीं है।
हाड़ौती का पर्यटन स्थल के रूप में विकास
कोटा दरबार से युवराज जयकुमार सिंह ने पर्यटन को कोटा का नया विकल्प मानते हुए सुझाव दिया कि यह पहला संभाग है जहां दो अभयारण्य, ऐतिहासिक धरोहर, चंबल नदी, गड़रिया महादेव, चंबल रिवर फ्रंट, सिटी पार्क मौजूद हैं। बूंदी, बारां, झालावाड़ में पुरातत्व एवं ऐतिहासिक धरोहर तथा किले आदि मौजूद हैं।
उन्होंने कहा, “राज्य के सबसे बेहतरीन डेस्टिनेशन में हाड़ौती पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र साबित हो सकता है। पर्यटन ही कोटा को नया बूस्टर दे सकता है।”
BRICS देशों की भूमिका में भारत की तैयारी
उद्योगपति बजरंग कुमार साबू ने कहा कि नए आधुनिकीकरण में बदलाव की सोच जरूरी है, ऐसे में उद्योगों में नवाचार करना होगा। उन्होंने कहा, “आने वाले समय में BRICS कंट्री की भूमिका अधिक होगी। ऐसे में भारत का रोल बहुत बड़ा होने वाला है तो उसमें भागीदारी के लिए हमें तैयार रहना चाहिए और नवाचारों से काम करने की जरूरत है।”
BNI: विश्व की सबसे बड़ी बिजनेस नेटवर्किंग संस्था
अध्यक्ष पीयूष गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि BNI (Business Networking International) दुनिया की सबसे बड़ी बिजनेस नेटवर्किंग संस्था है, जिसका उद्देश्य छोटे-बड़े उद्यमियों और व्यवसायियों को आपस में जोड़कर व्यापार के नए अवसर बनाना है। इस कार्यशाला का उद्देश्य व्यवसाय विकास, उद्यमिता, नेटवर्किंग, निवेश, और कारोबारी साझेदारी जैसी प्रमुख गतिविधियों को बढ़ाना है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से निकटता का फायदा
यह आयोजन Urbana Techno Park के सहयोग से संपन्न हुआ। केट कोटा के अध्यक्ष अनिल मुंडड़ा ने कहा कि कोटा का खोया हुआ औद्योगिक स्वरूप वापस दिलाने के लिए इस इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना की गई है। मंडाना रोड स्थित यह पार्क दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से मात्र 10 मिनट की दूरी पर है। यहां औद्योगिक क्षेत्र के विकास की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति की जाती है। इस अवसर पर BNI कोटा के वाइस प्रेसिडेंट अमान और सचिव-कोषाध्यक्ष आयुष सहित बमकिन, पुलकित, परमिंदर, मयंक, निखिल, आशीष, पंकज, गुरप्रीत, सुनील, महावीर सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।